
सजीवन ........सुंदरता भी, स्वास्थ्य भी !
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शहद, फूल अमृत में से अवशेषों के छत्ते के अंदर बनाया जाता है और शहद में धार्मिक और औषधीय दोनों प्रकार की संपत्ति होती है यह तो हम सभी जानते हैं लेकिन आपको क्या पता है? ...... प्राचीन काल का उपयोग लगभग 5500 से 6000 वर्ष पूर्व हुआ था ! ग्रीक, चीनी, मिस्र, रोमन, माया और बेबीलोन के लोग शहद का उपयोग प्राचीन काल से करते आ रहे हैं। प्राचीन काल में घाव, मोटापा, आँख के रोग, गले का संक्रमण, ट्यूबरकुलोसिस, प्यास, खुजली, थकान, चक्कर आना, हिपेटाइटिस, कब्ज, अल्सर आदि रोगों के उपचार में शहद का उपयोग किया जाता था। आयुर्वेद में भी मानव को प्रकृति के पक्ष से उल्लेखनीय उपहारों में से एक उपहार माना गया है।
प्राचीन समय में शहद को ही स्वीटनर के रूप में उपयोग किया जाता था क्यों की इसमें 25% फ्रुक्टोज शुगर के कोलक्स अधिक है और साथ ही धार्मिक दर्शन भी कई गुना अधिक है।
सरप्राइजिंग तथ्य :
- अध्ययनों के अनुसार, 200 तत्व पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए उत्तम हैं।
- हाय 60 माइक्रोब्स की स्टाफ़ियो के सामने टक्कर दे सकते हैं।
- साथ ही 31 फर्नीचर में मौजूद है जो हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक है।
- हाई इन फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स मुख्य रूप में एंटी-ऑक्सीडेंट्स का काम करते हैं जो हमारे शरीर के फ्री सेल्स को एलिमिनेशन से अलग और ताकत से बचाते हैं।
शहद के शानदार गुण :
- घाव को ठीक करता है
- वज़ह - मददरूप में
- गले की जलन कम होती है
- डाउनलोड में मददरूप
- अल्सर में भी बढ़िया
- कैंसर का खुलासा होता है
- बबुआ में मददरूप
- हरिओम रोग के ख़तरे से पता चलता है
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग से जुड़ा है
- एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट
एसजीवन फिलाडेल्फिया फूलों के रस से बनाया गया है और फॉर्म से डायरेक्ट पैक स्टोर आपके पास लाया गया है। एसजीवन शुगर 100% मिश्रित और बिना उत्पाद का है जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है।