06
Jun

ऑर्गेनिक है क्या ?

ऑर्गेनिक है क्या ?

यह कृषि का एक तरीका है, जिसमें फसल और जमीन को शुद्ध बनाए रखने के लिए कई टेक्नीक्स का इस्तेमाल होता है। जैसे क्रॉप रोटेशन यानी फसलों को अदल-बदल कर लगाना, बायोलॉजिकल पेस्ट कंट्रोल और हरी या वानस्पतिक खाद का प्रयोग। भारत सरकार के नेशनल सेंटर ऑफ ऑर्गेनिक फार्मिंग के अनुसार, ऑर्गेनिक खेती वास्तव में खेती का ऐसा मैनेजमेंट सिस्टम है, जो पर्यावरण और कृषि दोनों की सेहत के लिए अच्छा है। इसमें किसी भी सिंथेटिक संसाधनों का प्रयोग वर्जित है।

'ऑर्गेनिक का अर्थ है, कृत्रिम उपायों के बिना की गई खेती। सौ फीसद ऑर्गेनिक कुछ भी नहीं है। लेकिन पहाडों के दूरदराज के सीमांत गांवों में होने वाली खेती को ऑर्गेनिक कहा जा सकता है। इसकी वजह यह है कि वहां के गरीब किसानों के पास महंगे केमिकल फर्टिलाइजर्स खरीदने के संसाधन नहीं हैं। वहां की उपज बिना खाद वाली होती है जो मॉनसून के पानी पर निर्भर करती है। यानी यहां की फसल काफी हद तक हानिकारक तत्वों से मुक्त रहती है। कई लोग कहते हैं कि वे सिंचाई के लिए गंगा के पानी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन गंगा का पानी भी तो स्वच्छ नहीं है। उसमें भी केमिकल्स हैं। मिट्टी में खाद न डालें, लेकिन पानी शुद्ध कहां से लाएं! सच कहा जाए तो प्राकृतिक तौर-तरीकों से लगाई गई फसल में भी 90 फीसद ही ऑर्गेनिक है। हम गांवों में जो कुछ उगा रहे हैं, उसमें स्थानीय संसाधनों का प्रयोग करते हैं। जैसे नीम की पत्तियों की खाद, मॉनसून का पानी या अन्य प्राकृतिक चीज् का प्रयोग। इससे काफी हद तक हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है।

 

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